प्रख्यात महात्मा ज्योतिवा फुले रोहिलखण्ड विश्वविधालय बरेली से मान्यता प्राप्त कर वर्षा 2014 में इसी ट्रस्ट के
अंतर्गत अलग से B.Sc. तथा B.A के कोर्स भी प्रचलित किये गए । ट्रस्ट के सामाजिक उद्देस्यो की प्रतिपूर्ति स्वरुप व् ग्रामीण छेत्र के गरीब, अल्पसंख्यक तथा अभावग्रस्त
विधयर्थियो की शिक्षा के प्रसार हेतु स्तापित इस संस्था ने नए आयाम प्राप्त करना प्रारम्भ कर दिया है |
संस्था के उद्देश्य एवं भावनाओ को द्रस्तिगत रखते हुए भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा इस संस्था
"सागर कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन " को अल्प्संखयक शिक्षण संस्था की मान्यता भी प्रदान गयी है । सस्था द्वाया वर्तमान में तथा भविष्य में स्थानिया
छात्रों की आवश्यकताओं को द्रस्तिगत रखते हुये अन्य उपयोगी कोर्सो को संचालित करने अनवरत प्रयास प्रचलित है | संस्था के भवनो ,शिक्षण संकाय
एवं वातावरण को उत्तम शिक्षा के अनुरूप बनाने हेतु हम सभी प्रयतनशील बने रहेंगे ऐसी हमारी भावना है । करुणा के सागर तथागत भगवन बुद्धा
की शिक्षाये हमारा पथ प्रदर्शन करती रहे यही हमारी रहती है ।
संस्था की उन्नति व् प्रगति में हम सभी सदेव सहयोगी बने रहे यह अत्यन्त महत्वपूर्ण है ।